सोमवार, 17 अप्रैल 2017

Raat Aankhon Mein Dhali Palkon Pe Jugnu Aaye



Raat Aankhon Mein Dhali Palkon Pe Jugnu Aaye,
Ham Hawao Ki Tarha Jake Use Chhu Aaye!

Bas Gayi Hai Mere Ehsaas Mein Yeh Kaisi Mehak,
Koi Khusbu Na Mein Lagau Teri Khusbu Aye!

Usne Chu Kar Mujhe Pathar Se Phir Insane Kiya,
Mudato Baad Meri Aakh Mein Asu Aye!

Meine Din Raat Khuda Se Yeh Dua Mangi Thi,
Koi Aahat Na Ho Dar Par Mere Jab Tu Aaye!
Album: Tum To Nahin Ho
Singers: Jagjit Singh
Lyricist: Bashir Badr
रात आँखों में ढली पलकों पे जुगनूँ आए
हम हवाओं की तरह जाके उसे छू आए

बस गई है मेरे अहसास में ये कैसी महक
कोई ख़ुशबू मैं लगाऊँ तेरी ख़ुशबू आए

उसने छू कर मुझे पत्थर से फिर इंसान किया
मुद्दतों बाद मेरी आँखों में आँसू आए

मैंने दिन रात ख़ुदा से ये दुआ माँगी थी
कोई आहट ना हो दर पर मेरे जब तू आए

मेरा आईना भी अब मेरी तरह पागल है
आईना देखने जाऊँ तो नज़र तू आए

किस तकल्लुफ़ से गले मिलने का मौसम आया
कुछ काग़ज़ के फूल लिए काँच के बाजू आए

उन फ़कीरों को ग़ज़ल अपनी सुनाते रहियो
जिनकी आवाज़ में दरगाहों की ख़ुशबू आए
एल्बम: तुम तो नहीं हो
गायक: जगजीत सिंह
शायर: बशीर बद्र
Watch/Listen on youtube: Pictorial Presentation

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