Ab Agar Aao To Jane Ke Liye Mat Aana,
Sirf Ehsaan Jatane Ke Liye Mat Aana,
Maine Palko Pe Tamannaye Saja Rakhi Hain,
Dil Mai Umeed Ki Soo Shame Jala Rakhi Hain,
Yeh Hasin Shamme Bujhane Ke Liye Mat Aana,
Pyar Ki Aag Me Janjire Phighal Sakti Hain,
Chahne Walo Ki Takdire Badal Sakti Hain,
Tum Ho Bebas Yah Batane Ke Liye Mat Aana,
Ab Tum Aana Jo Tumhe Mujhse Mohabat Hai Koi,
Mujhse Milne Ki Aagar Tumko Bhi Chaahat Hai Koi,
Tum Koi Rasam Nibhaane Ke Liye Mat Aana.
Album: SOZ
Singers: Jagjit Singh
Lyricist: Javed Akhtar
अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना
सिर्फ अहसान जताने के लिए मत आना
मैंने पलकों पे तमन्नाएँ सजा रखी हैं
दिल में उम्मीद की सौ शम्मे जला रखी हैं
ये हसीं शम्मे बुझाने के लिए मत आना
प्यार की आग में ज़ंजीरें पिघल सकती हैं
चाहने वालों की तक़दीरें बदल सकती हैं
तुम हो बेबस ये बताने के लिए मत आना
अब तुम आना जो तुम्हें मुझसे मुहब्बत है कोई
मुझसे मिलने की अगर तुमको भी चाहत है कोई
तुम कोई रस्म निभाने के लिए मत आना
एल्बम: सोज़
गायक: जगजीत सिंह
शायर: जावेद अख़्तर
Watch/Listen on youtube: Pictorial Presentation
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