बुधवार, 16 जुलाई 2014

Neend Se Aankh Khuli Hai Abhi Dekha Kya Hai



Neend Se Aankh Khuli Hai Abhi Dekha Kya Hai,
Dekh Lena Abhi Kuch Der Men Duniya Kya Hai

Baandh Rakha Hai Kisee Sonch Ne Ghar Say Humko,
Varna Apna Dar-o-deewar Se Rishta Kya Hai

Ret Ki Eent Ki Pathar Ki Hoon Ya Mitti Ki,
Kisi Deewar Ke Saye Ka B
harosa Kya Hai

Apni Daanist Me Samjhay Koi Duniya `shahid',
Warna Hathon Mein Lakiron Ke Ilaawa Kya Hai
Lyrics: Shahid Kabir
नींद से आँख खुली है अभी देखा क्या है
देख लेना अभी कुछ देर में दुनिया क्या है

बाँध रक्खा है किसी सोच ने घर से हम को
वर्ना अपना दर-ओ-दीवार से रिश्ता क्या है

रेत की ईंट की पत्थर की हो या मिट्टी की
किसी दीवार के साए का भरोसा क्या है

*****घेर कर मुझ को भी लटका दिया मस्लूब के साथ
मैं ने लोगों से ये पूछा था कि क़िस्सा क्या है
संग-रेज़ों के सिवा कुछ तिरे दामन में नहीं
क्या समझ कर तू लपकता है उठाता क्या है*****


अपनी दानिस्त में समझे कोई दुनिया ‘शाहिद’
वर्ना हाथों में लकीरों के अलावा क्या है
शायर: शाहिद कबीर
Listen/watch on Youtube:
Chitra Singh

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