Socha Nahin
Achcha Bura Dekha Suna Kuch Bhi Nahin
Maanga Khuda Se
Raat Din Tere Siwa Kuch Bhi Nahin
Dekha Tujhe
Socha Tujhe Chaaha Tujhe Pooja Tujhe
Meri Khata Meri
Wafa Teri Khata Kuch Bhi Nahin
Jispar Hamari
Aankh Ne Moti Bichchaaye Raat Bhar
Bheja Wohi
Kaagaz Tujhe Humne Likha Kuch Bhi Nahin
Ek Shaam Ki
Dahleez Par Baithe Rahe Wo Der Taq
Aankhon Se Kee
Baaten Bahot Humne Kaha Kuch Bhi Nahin
Album: FAVORITS / A Sound Affair
Singers: Jagjit Singh
Poet: Basir Badr
सोचा नहीं अच्छा बुरा देखा सुना कुछ भी
नहीं
मांगा खुदा से रात दिन तेरे सिवा कुछ भी नहीं
देखा तुझे सोचा तुझे चाहा तुझे पूजा तुझे
मेरी ख़ता मेरी वफ़ा तेरी ख़ता कुछ भी नहीं
जिस पर हमारी आँख ने मोती बिछाये रात भर
भेजा वही काग़ज़ उसे हमने लिखा कुछ भी नहीं
इक शाम की दहलीज़ पर बैठे रहे वो देर तक
आँखों से की बातें बहुत मुँह से कहा कुछ भी नहीं
दो चार दिन की बात है दिल ख़ाक में सो जायेगा
जब आग पर काग़ज़ रखा बाकी बचा कुछ भी नहीं
अहसास की ख़ुश्बू कहाँ आवाज़ के जुगनू कहाँ
ख़ामोश यादों के सिवा घर में रहा कुछ भी नहीं
मांगा खुदा से रात दिन तेरे सिवा कुछ भी नहीं
देखा तुझे सोचा तुझे चाहा तुझे पूजा तुझे
मेरी ख़ता मेरी वफ़ा तेरी ख़ता कुछ भी नहीं
जिस पर हमारी आँख ने मोती बिछाये रात भर
भेजा वही काग़ज़ उसे हमने लिखा कुछ भी नहीं
इक शाम की दहलीज़ पर बैठे रहे वो देर तक
आँखों से की बातें बहुत मुँह से कहा कुछ भी नहीं
दो चार दिन की बात है दिल ख़ाक में सो जायेगा
जब आग पर काग़ज़ रखा बाकी बचा कुछ भी नहीं
अहसास की ख़ुश्बू कहाँ आवाज़ के जुगनू कहाँ
ख़ामोश यादों के सिवा घर में रहा कुछ भी नहीं
एल्बम: फेवरिट्स / ए साउंड अफेयर
गायक: जगजीत सिंह
शायर: बसीर बद्र
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