Apne Haathon
Kee Lakiron Mein Basa Le Mujhko
Main Hoon Tera
To Naseeb Apna Bana Le Mujhko
Mujhse Too
Poochne Aaya Hai Wafa Ke Maani
Ye Teri
Sadaa-dili Maar Na Daale Mujhko
Khud Ko Main
Baant Na Daaloon Kahin Daaman-daaman
Kar Diya Tune
Agar Mere Hawaale Mujhko
Bada Fir Bada
Hai Main Zehar Bhi Pee Jaaoon 'qatil'
Shart Ye Hai
Koi Baahon Mein Sambhale Mujhko
Album: FAVORITES
Singers: Jagjit Singh
Poet: Qateel Sifai
अपने हाथों की लकीरों में बसा ले मुझको
मैं हूँ तेरा नसीब अपना बना ले मुझको
मुझसे तू पूछने आया है वफ़ा के मानी
ये तेरी सादादिली मार न डाले मुझको
मैं समंदर भी हूँ, मोती भी हूँ, ग़ोताज़न भी
कोई भी नाम मेरा लेके बुला ले मुझको
तूने देखा नहीं आईने से आगे कुछ भी
ख़ुदपरस्ती में कहीं तू न गँवा ले मुझको
कल की बात और है मैं अब सा रहूँ या न रहूँ
जितना जी चाहे तेरा आज सता ले मुझको
ख़ुद को मैं बाँट न डालूँ कहीं दामन-दामन
कर दिया तूने अगर मेरे हवाले मुझको
मैं जो काँटा हूँ तो चल मुझसे बचाकर दामन
मैं हूँ गर फूल तो जूड़े में सजा ले मुझको
मैं खुले दर के किसी घर का हूँ सामाँ प्यारे
तू दबे पाँव कभी आ के चुरा ले मुझको
तर्क-ए-उल्फ़त की क़सम भी कोई होती है क़सम
तू कभी याद तो कर भूलने वाले मुझको
वादा फिर वादा है मैं ज़हर भी पी जाऊँ "क़तील"
शर्त ये है कोई बाँहों में सम्भाले मुझको
एल्बम: फेवरिट्स
गायक: जगजीत सिंह
शायर: क़तील शिफ़ाई
Watch/Listen
on youtube:
By - JAGJIT SINGH
By - Mussarrat Nazir
By: Mehdi Hassan
Picture:
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें