मंगलवार, 5 अप्रैल 2016

Pyar Ka Pehla Khat Likhne Mein, Waqt To Lagta Hai



Pyar Ka Pahala Khat Likhne Mein, Waqt To Lagta Hai
Naye Parindonko Udhne Mein Waqt To Lagta Hai

Jism Ki Baat Nahin Thi, Us Ke Dil Tak Jaana Tha
Lambi Doori Tai Karne Mein Waqt To Lagta Hai

Ganth Agar Lag Jaye To Phir Rishte Hon Ya Dori
Laakh Karen Koshish Khulne Mein Waqt To Lagta Hai

Hum Ne Ilaaj-e-zakam-e-dil To Dhoondh Liya Lekin
Gahre Zakhmon Ko Bharne Mein Waqt To Lagta Hai
Album: Face to Face (1994)
Singers: Jagjit Singh
Poet: Hastimal Hasti
प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है
नये परिंदों को उड़ने में वक़्त तो लगता है

जिस्म की बात नहीं थी उनके दिल तक जाना था
लंबी दूरी तय करने में वक़्त तो लगता है

गाँठ अगर लग जाये तो फिर रिश्ते हो या डोरी
लाख करें कोशिश खुलने में वक़्त तो लगता है

हमने इलाज-ए-ज़ख़्म-ए-दिल तो ढूँढ लिया लेकिन
गहरे ज़ख़्मों को भरने में वक़्त तो लगता है
एल्बम: फेस टू फेस (1994)
गायक: जगजीत सिंह
शायर: हस्तीमल हस्ती
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