Apne Haathon Kee Lakiron Mein Basa Le Mujhko,
Main Hoon Tera To Naseeb Apna Bana Le Mujhko
Mujhse Too Poochne Aaya Hai Wafa Ke Maani,
Ye Teri Saadaa-dili Maar Na Daale Mujhko
Khud Ko Main Baant Na Daaloon Kahin Daaman-daaman,
Kar Diya Tune Agar Mere Hawaale Mujhko
Waada Fir Waada Hai Main Zehar Bhi Pee Jaaoon 'qateel',
Shart Ye Hai Koi Baahon Mein Sambhaale Mujhko
Writer~ Qateel Shifai
अपने हाथों की लकीरों में बसा ले मुझको,
मैं हूँ तेरा तो नसीब अपना बना ले मुझको।
मुझसे तू पूछने आया है वफ़ा के माने,
ये तेरी सादा-दिली मार ना डाले मुझको।
ख़ुद को मैं बाँट ना डालूँ कहीं दामन-दामन
कर दिया तूने अगर मेरे हवाले मुझको।
वादा फिर वादा है मैं ज़हर भी पी जाऊँ ‘क़तील’
शर्त ये है कोई बाहों में सम्भाले मुझको।
मैं हूँ तेरा तो नसीब अपना बना ले मुझको।
मुझसे तू पूछने आया है वफ़ा के माने,
ये तेरी सादा-दिली मार ना डाले मुझको।
ख़ुद को मैं बाँट ना डालूँ कहीं दामन-दामन
कर दिया तूने अगर मेरे हवाले मुझको।
वादा फिर वादा है मैं ज़हर भी पी जाऊँ ‘क़तील’
शर्त ये है कोई बाहों में सम्भाले मुझको।
शायर~क़तील शिफ़ाई
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good job keep it up
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