Aakho Se Yuh Aasu Dhalke
Sagar Se Jaise Mye Chalke
Hum Samze Mafhum-e-bhara
Koi Aaya Bhesh Badal Ke
Kash Bata Sakte Parvane
Kya Khoya, Kya Paya Jalke
Manjil Tak Wo Kya Phucha
Jisne Dekhi Raah Na Chalke
Album: FAVORITS
Singers: Jagjit Singh
Poet: Kanwar Mohinder Singh Bedi
आखो से यूं आंसू ढलके,
सागर से जैसे मए छलके
हम समझे मफ्हुम-ऐ-भरा,
कोई आया भेष बदल के,
काश बता सकते परवाने,
क्या खोया, क्या पाया जलके
मंजिल तक वो क्या पहुचा,
जिसने देखि राह न चलके,
~~~(मफ़्हूम-ए-बहाराँ = बहार का अर्थ)
एल्बम: फेवरिट्स
गायक: जगजीत सिंह
शायर: कंवर मोहिंदर सिंह बेदी
Watch/Listen on youtube: Pictorial Presentation
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