Na Shiwaale, Na Qalisa, Na Haram Jhoote Hain
Bas Yahi Sach Hai Ke Tum Jhoote Ho Hum Jhoote Hain
Humne Dekha Hee Nahi Bolte Unko Ab Taq
Kaun Kehta Hai Ke Pathar Ke Sanam Jhoote Hain
Unse Miliye To Khushi Hoti Hai Unse Milkar
Sehar Ke Doosre Logon Se Jo Kam Jhoote Hain
Kuch To Hai Baat Jo Tehriron Mein Taasir Nahin
Jhoote Fanqaar Nahin Hain To Qalam Jhoote Hain
Album: Hope
Singers: Jagjit Singh
Lyricist: Ayaz Jhansvi
न शिवाले न कलीसा न हरम झूठे हैं;
बस यही सच है के तुम झूठे हो हम झूठे हैं!
कलीसा - गिरजाघर; हरम - काबे की चारदीवारी, मस्जिद;
हमने देखा ही नहीं बोलते उनको अब तक
कौन कहता है के पत्थर के सनम झूठे हैं
उनसे मिलिए तो ख़ुशी होती है उनसे मिलकर
शहर के दूसरे लोगों से जो कम झूठे हैं
कुछ तो है बात जो तहरीरों में तासीर नहीं
झूठे फ़नकार नहीं हैं तो क़लम झूठे हैं
तहरीर - लेख; तासीर - असर, प्रभाव;
एल्बम: होप
गायक: जगजीत सिंह
शायर: अयाज़ झांसवी
Watch/Listen on youtube: Pictorial Presentation
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