Naa Muhabbat Naa Dosti Ke Liye
Waqt Rukataa Nahin Kisi Ke Liye
Dil Ko Apane Sazaa Na De Yuu.n Hii
Soch Le Aaj Do Ghadi Ke Liye
Har Koi Pyaar Dhuundhata Hai Yahaan
Apanii Tanhaa Si Zindagii Ke Liye
Waqt Ke Saath Saath Chalataa Rahe
Yahii Bahatar Hai Aadamii Ke Liye
Nahi Hai Mye To Nigaho Se Kaam Le Saki
Movie: Phir Aayee Barsat
Singers: Jagjit Singh
Poet: Surdarshan Faakir
ना मुहब्बत ना दोस्ती के लिए;
वक़्त रुकता नहीं किसी के लिए...
दिल को अपने सजा न दे यूँ ही;
इस ज़माने की बेरुखी के लिए...
कल जवानी का हश्र क्या होगा;
सोच ले ये आज दो घडी के लिए...
हर कोई प्यार ढूँढता है यहाँ;
अपनी तनहा सी जिंदगी के लिए...
वक़्त के साथ साथ चलता रहे;
यही बेहतर है आदमी के लिए...
फीचर फ़िल्म: फिर आयी बरसात
गायक: जगजीत सिंह
शायर: सुदर्शन फ़ाकिर
Watch/Listen on youtube: Pictorial Presentation
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें