शुक्रवार, 27 जनवरी 2017

Koi Fariyaad Tere Dil Me Dabi Ho Jaise



Koi Fariyaad Tere Dil Me Dabi Ho Jaise;
Tune Aakho Se Koi Baat Kahi Ho Jaise!
Jaagte Jaagte Ek Umra Kati Ho Jaise;
Jaan Baki Hai Magar Saans Ruki Ho Jaise!
Har Mulakat Pe Mehsus Yeh Hi Hota Hai;
Mujh Se Kuch Teri Najar Puch Rahi Ho Jaise!
Raah Chalet Huue Aksar Yeh Guma Hota Hai;
Wo Nazar Chupke Mujhe Dekh Rahi Ho Jaise!
Album/Movie: Tum Bin
Singers: Jagjit Singh
Poet: Faaiz Anwar
कोई फ़रियाद तेरे दिल में दबी हो जैसे;
तूने आँखों से कोई बात कही हो जैसे!
जागते जागते इक उम्र कटी हो जैसे;
जान बाकी है मगर साँस रूकी हो जैसे!
जानता हूँ आपको सहारे की ज़रूरत नहीं;
मैं तो सिर्फ़ साथ देने आया हूँ!
हर मुलाक़ात पे महसूस यही होता है;
मुझसे कुछ तेरी नज़र पूछ रही हो जैसे!
राह चलते हुए अक्सर ये गुमां होता है;
वो नज़र छुप के मुझे देख रही हो जैसे!
एक लम्हे में सिमट आया है सदियों का सफ़र;
ज़िंदगी तेज़ बहुत तेज़ चली हो जैसे!
इस तरह पहरों तुझे सोचता रहता हूँ मैं;
मेरी हर साँस तेरे नाम लिखी हो जैसे!
एल्बम: तुम बिन
गायक: जगजीत सिंह
शायर: फैज़ अनवर
Watch/Listen on youtube: Pictorial Presentation

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