Zindagi Yun Hui Basar Tanha;
Kaafila Saath Aur Safar Tanha!
Apne Saaye Se Chaunk Jaate Hain;
Umr Guzri Hai Is Kadar Tanha!
Raat Bar Bolthe Hain Sannaate;
Raat Kaate Koi Kidhar Tanha!
Din Guzartha Nahin Hai Logon Mein;
Raat Hothi Nahin Basar Tanha!
Humne Darwaaze Tak Tho Dekha Tha;
Fir Na Jaane Gaye Kidhar Tanha!
Album: MARASIM
Singers: Jagjit Singh
Poet: Gulzar
ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा;
क़ाफिला साथ और सफर तन्हा!
अपने साये से चौंक जाते हैं;
उम्र गुज़री है इस कदर तन्हा!
रात भर बोलते हैं सन्नाटे;
रात काटे कोई किधर तन्हा!
दिन गुज़रता नहीं है लोगों में;
रात होती नहीं बसर तन्हा!
हमने दरवाज़े तक तो देखा था;
फिर न जाने गए किधर तन्हा!
एल्बम: मरासिम
गायक: जगजीत सिंह
शायर: गुलज़ार
Watch/Listen on youtube: Pictorial Presentation
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