Tum Nahin Gham Nahin Sharaab Nahin
Aisi Tanhaai Kaa Javaab Nahin
Gahe Gahe Ise Padha Kiije
Dil Se Bahatar Koi Kitaab Nahin
Jaane Kis Kis Ki Maut Aai Hai
Aaj Rukh Pe Koi Naqaab Nahin
Vo Karam Ungaliyon Pe Ginate Hain
Zulm Ka Jinake Kuchh Hisaab Nahin
Lyrics: Saeed Rahi
तुम नहीं, गम नहीं, शराब नहीं
ऐसी तन्हाई का जवाब नहीं
गाहे-गाहे इसे पढ़ा कीजिये,
दिल से बेहतर कोई किताब नहीं
जाने किस-किस की मौत आई है
आज रुख पे कोई नकाब नहीं
वो करम उँगलियों पे गिनते हैं
ज़ुल्म का जिनके कुछ हिसाब नहीं
ऐसी तन्हाई का जवाब नहीं
गाहे-गाहे इसे पढ़ा कीजिये,
दिल से बेहतर कोई किताब नहीं
जाने किस-किस की मौत आई है
आज रुख पे कोई नकाब नहीं
वो करम उँगलियों पे गिनते हैं
ज़ुल्म का जिनके कुछ हिसाब नहीं
शायर: सईद राही
*****Also in:
Album: Echoes (1986)
An Evening with Jagjit Singh
Come Alive in a Live Concert
Shaam-E-Ghajal
The Life and Time of Jagjit Singh (2011)
A Journey (1999)
Listen/watch on Youtube:
Jagjit Singh
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