Humko Dushman
Kee Nigahon Se Na Dekha Keeje
Pyaar Hi Pyaar Hain Hum Humpe Bharosa Keeje
Chand Yaadon Ke Siwa Haath Na Kuch Aayega
Is Tarah Umr-e-gureza Ka Na Peecha Keeje
Roshni Auron Ke Aangan Mein Gawara Na Sahee
Kam Se Kam Apne Ghar Mein To Ujaala Keeje
Kya Khabr Kab Wo Chale Aayenge Milne Ke Liye
Roz Palkon Pe Nayee Shamme Jalaya Keeje
Pyaar Hi Pyaar Hain Hum Humpe Bharosa Keeje
Chand Yaadon Ke Siwa Haath Na Kuch Aayega
Is Tarah Umr-e-gureza Ka Na Peecha Keeje
Roshni Auron Ke Aangan Mein Gawara Na Sahee
Kam Se Kam Apne Ghar Mein To Ujaala Keeje
Kya Khabr Kab Wo Chale Aayenge Milne Ke Liye
Roz Palkon Pe Nayee Shamme Jalaya Keeje
Album:
Ecstasies (1984)
By:
Jagjit Singh and Chitra Singh
Lyrics: Rais Ahktar
हमको दुश्मन की निगाहों से न देखा कीजे
प्यार ही प्यार है हम,हम पे भरोसा कीजे"
"चन्द यादों के सिवा हाथ न कुछ आएगा
इस तरह उम्रे गुरेज़ाँ का न पीछा कीजे "
"रौशनी दूसरे के आँगन में गवारा न सही
कम से कम अपने घर में तो उजाला कीजे"
"क्या खबर कब वो चले आएँगे मिलने के लिए
रोज़ पलकों पे नई शम्मे जलाया कीजे
प्यार ही प्यार है हम,हम पे भरोसा कीजे"
"चन्द यादों के सिवा हाथ न कुछ आएगा
इस तरह उम्रे गुरेज़ाँ का न पीछा कीजे "
"रौशनी दूसरे के आँगन में गवारा न सही
कम से कम अपने घर में तो उजाला कीजे"
"क्या खबर कब वो चले आएँगे मिलने के लिए
रोज़ पलकों पे नई शम्मे जलाया कीजे
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By:
Chirta Singh
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