Wo Rulakar Hans Na Paya Der Taq
Jab Main Rokar Mushkuraaya Der Taq
Bhoolna Chaaha Agar Usko Kabhi
Aur Bhi Wo Yaad Aaya Der Taq
Bhookhe Bachchon Ki Tasalli Ke Liye
Maa Ne Phir Paani Pakaya Der Taq
Gungunata Jaa Raha Tha Ik Fakeer
Dhoop Rehti Hai Na Saaya Der Taq
Album: Cry for Cry (1995)
By: Jagjit Singh
Lyrics: Nawaz Deobandi
वो रुलाकर हंस न पाया देर तक,
जब मैं रो कर मुस्कुराया देर तक,
भूलना चाहा अगर उसको कभी,
और भी वो याद आया देर तक,
भूखे बच्चों की तसल्ली के लिए,
माँ ने फिर पानी पकाया देर तक,
गुनगुनाता जा रहा था इक फकीर,
धुप रहती है न साया देर तक,
जब मैं रो कर मुस्कुराया देर तक,
भूलना चाहा अगर उसको कभी,
और भी वो याद आया देर तक,
भूखे बच्चों की तसल्ली के लिए,
माँ ने फिर पानी पकाया देर तक,
गुनगुनाता जा रहा था इक फकीर,
धुप रहती है न साया देर तक,
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By: Jagjit Singh
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